दर्द का गीत

 


प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे

आज की दुनिया कैसी हो गई,मत पूछो।

प्रेम भावना क्यों खो गई,मत पूछो।।


मानव तो अब रहा न नेहिल,

बिखर रहे अरमान

प्यार-वफ़ा की रही न क़ीमत,

सोया है इंसान

सारी ही अब हँसी खो गई,मत पूछो।

आज की दुनिया कैसी हो गई,मत पूछो।।


स्वारथ का बाज़ार गर्म है,

बिकता है ईमान

लाशों के ठेके होते हैं,

करुणा का अवसान

सारी दुनिया आज रो गई,मत पूछो।

आज की दुनिया कैसी हो गई,मत पूछो।।


आतंकी घटनाएँ होतीं,

दहशत बढ़ती जाती

मौत कर रही राज आज तो,

मातम की धुन आती

दुनिया क्यों श्मशान हो गई,मत पूछो।

आज की दुनिया कैसी हो गई,मत पूछो।।

                   --प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे

                               प्राचार्य

  शासकीय जेएमसी महिला महाविद्यालय

                 मंडला,मप्र-481661

           (मो. 9425484382)

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