फिज़ा में बिखर जाने दो... July 06, 2021 • मुख्य सम्पादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ,सम्पादक सुबाश चन्द्र पाण्डेय , समन्वय सम्पादक बिमलेन्दु भूषण पाण्डेय सम्पादक बिहार मीर शाहनवाज उषा शर्मा त्रिपाठीबड़े सब्र से रोक रखा है मै ने कि, इन अश्कों को अब आंखों से बह जाने दो! बस एक लम्हा हुं मैं तेरी ज़िंदगी का कि, मुझे अपने पहलू से गुजर जाने दो! बेरहम है ये दुनियां की रस्में कि, धुआं बन के मुझको फिज़ा में बिखर जाने दो!