कनक महा लक्ष्मी
अब तो
एक बनाना है माहौल को खुशी के रंगों से बनाने का मुहल्ले में
भाईचारा सिखाने का
यह तो एक बहाना है
मेरी बड़ी बहन के हाथ का शीर-खुरमा खाने का
और छोटी बहन को
गले लगाने का
सिर्फ एक बहाना है
मेरे भाई और
बहनों की आँखों में
खुशी देखकर
कितनी खुशी मिलती है
जब कोई मुसलमान दोस्त दिवाली में पटाखे
जलाते हैं
और हिंदू के घर में
ईद का शीर खुरमा
उंगलियां चाट कर
खाते हैं।
हे भगवान
या अल्लाह
हमें सिर्फ खुशी मनाने दो
ना ईद ना दिवाली
हमें सिर्फ खुश रहने दो सबकी आँखों में
खुशी देखने दो
हमें खुशी मनाने दो।
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