भले ही आज गहरा हो अंधेरा
गगन में आस का सूरज चमकता ही रहेगा
न हारो जिंदगी की जंग,हर संघर्ष को जीतो
चुनौती है बड़ी, , बढ़कर हर एक तूफान को झेलो
इसी विश्वास का संबल , हमारा हौसला होगा,
अगर रुकता हो जीवन का सफर,हम फिर खड़े होंगे
करें खुद को सुरक्षित, और लंबे फासले होंगे
बढी है दूरियां फिर भी, नहीं उम्मीद हम छोड़ें
वही फिर प्यार का मंजर,वही फिर कारवां होगा,
गगन में आस का सूरज चमकता ही रहेगा,
ओ हवाओं कितना भी प्रतिघात कर लो,
यह दिया विश्वास का जलता रहेगा
गगन में आस का सूरज चमकता ही रहेगा
पद्मा मिश्रा
जमशेदपुर झारखंड