अर्पणा दुबे
हे डॉक्टर साहब तुम हो
भगवान का दूसरा रूप हो
करते दिन रात सबकी सेवा
दूसरा जन्म लोगों को देते हो
कोई गुस्से में भी बात करे
हंंस कर सबकी बात सुन लेते हो
रहेंगे हम सदा आपकी ऋणि
सबको नए नए रोगो से मुक्त करते हो ।
जान को जोखिम में लेकर
इस देश की सेबा करते हो
घर परिवार सब माँ के सहारे छोड़
मरीजों की सेवा में लगे रहते हो।।।
करती हूँ शत शत प्रणाम आपको
जीतना भी कहुँ बहुत कम है।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अर्पणा दुबे
अनूपपुर मध्यप्रदेश।