अशेष शुभ कामनाएँ

 प्रिय चिंतन और रचिता को 

----------------------------------

परिणय -बंधन -बेला की  

----------------------------

अशेष शुभ कामनाएँ 💐

-----------------------------


जीवन में तुम्हारे सदा 

सुख -सौभाग्य सूर्य उदय हो। 

आंखों में सपन सुनहरे, 

गति के समक्ष एक लक्ष्य हो। 

प्रेम और विश्वास लिए, 

अधरों पर मंद हास लिए, 

प्रतिपल जीवन का मंगलमय 

मधुमय, सरस, सुंदर हो। 🌷


ईश्वर की अनुकंपा तुम पर सदा बनी रहे। 🌷🧆🎂


सस्नेह 


वीणा गुप्त 

सतीश गुप्ता। 

नारायणा विहार

नई दिल्ली- 28

11मई 2021

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
सफेद दूब-
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
गीता का ज्ञान
Image