अनुपम चतुर्वेदी
हौसला रख साथी,सब अच्छा होगा।
जो देखा है सपना तुमने,सच्चा होगा।
कठिन है राह जीवन की मुसाफिर,
मंजिल पाने तक फिर भी चलना होगा।
हिम्मत से ही दुष्कर कार्य सफल होते,
फिर से करें आगाज,अपना कब्जा होगा।
मन मार-मार कर जीने से अच्छा है मरना,
क्यों जाएं हम हार? विजय का छज्जा होगा।
फूंक - फूंक कर कदम बढ़ाना अच्छा है,
चुनौती से न करें इनकार,आगे बढ़ना होगा।
अनुपम चतुर्वेदी
सन्त कबीर नगर, उ०प्र०
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