सरिता त्रिपाठी
शादी की सालगिरह,
मुबारक हो मुबारक हो,
तेरी जोड़ी सलामत हो,
तेरी जोड़ी सलामत हो।
सातों जन्म का बंधन,
तुम दोनों का संग हो,
तेरे प्यारे जीवन में,
खुशियों का सागर हो।
यूँ हँसती खिलखिलाती,
तुम सोणी लगती हो,
तुम रवि के संग रुना,
बड़ी अच्छी लगती हो।
विनती मेरी प्रभु से,
तेरा जीवन भरे रंग से,
तू जाये जहाँ पर भी,
बिखरे खुशियाँ दिल से।
©®सरिता त्रिपाठी
लखनऊ, उत्तर प्रदेश