वीरेंद्र सागर
दौलत शोहरत रुतबा इज्जत हो दिल की,
ऐसी हमारी शान होना चाहिए ||
दिल के अमीरों में आखिर,
हमारी भी पहचान होना चाहिए ||
इज्जत दाव पर लगाकर आए हैं महफिल में सभी,
हुनर का ना किसी के अपमान होना चाहिए ||
तालियों की गड़गड़ाहट किसी के लिए कम ना हो,
अतिथि कलाकारों का बराबर सम्मान होना चाहिए ||
आपके इसी प्यार के मोहताज हैं सभी,
इन कलमकारों से ना कोई अनजान होना चाहिए ||
दिल की बात कलमकारो की रख दूं मैं भी,
#सागर के शब्दों में इतनी जान होना चाहिए ||
-वीरेंद्र सागर
-शिवपुरी मध्य प्रदेश