अर्पणा दुबे अनूपपुर
भ्रष्टाचार बढ़ रहा है
अंबर भी रो रहा है
कोई किसी का सुन नहीं रहा है
काला बाजारी चल रहा है
किसे सुनाये व्यथा अपनी
गरीबों का जीना है मुश्किल
भ्रष्टाचार बढ़ रहा है
काम बस पूरा लेते
काम बस है पूरा लेते
वेतन मांगने में धमकी देते
इसे रोको इसे टोको
भ्रष्टाचार बढ़ रहा है।।।।