ज़िंदगी के रंग हज़ार
गर्मी सर्दी बसंत बहार
कुदरत की देन हैं ये रंग बदलते मौसम
बदल जाती हैं हसरतें
बदल जाते हैं किरदार
कुदरत की देन हैं ये बदलते एहसास
उतार चढ़ाव की कहानी है ये ज़िंदगी
समझौतों का रस है ये ज़िंदगी
कुदरत की देन हैं ये बदलते स्वाद
निवेदिता रॉय (बहरीन)