हरे भरे बाग में कैसे चहक पायेगी चिड़िया?
हर दिन कत्ल की जा रही चिड़िया,
नहीं वक्त पर आ पाता माली,
नहीं कर पाता रखवाली।
माली का नकाब डाल,
दबे पांव फेंक कर जाल,
दबोच लेता उसे दरिंदा,
नहीं रह पाती वह जींदा।
हरे भरे बाग में कैसे चहक पायेगी चिड़िया?
एक दिन हो जाएगा बाग विरान,
खत्म हो जाएगी हरियाली,
लगेगा जीवन खाली खाली,
रखना होगा ऐसा माली,
करे बाग व चिड़ियों की रखवाली।
वरना नहीं चहक पायेगी चिड़िया।
विनोद कुमार पांडेय
शिक्षक (रा० हाई स्कूल, लिब्बरहेड़ी, हरिद्वार)