सायली छंद


हे

जन्म दात्री

तू जीवन आधार

नमन तुझको

बारम्बार।


तू

त्याग मूरत

ममता की सूरत

दया भंडार

है।


ओम

मातृशक्ति को

हाथ जोड़ कर

नमन करता 

बारंबार।


ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 

शिक्षक/साहित्यकार

संस्थापक हिंदी पत्रकारिता पटल




Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
साहित्य समाज का आईना होता है। जैसा दिखता है, वैसा लिखता है : छाया त्यागी
Image
दि ग्राम टुडे न्यूज पोर्टल पर लाइव हैं अनिल कुमार दुबे "अंशु"
Image
सफेद दूब-
Image