गुजरात का वह लाल था,
,बल्लभ जिसका नाम था
पास की उसने बैरिस्टरी जब
उसको मोती लाल पर नाज था
गए जब उनके पास वें बोलें
मैं आपके साथ काम करूँगा
मोती लाल बोलें पटेल बहुत
धक्का हैं इस पेशा में छोड़ दो
बहुत उम्मीदें थी उनको इनसे
जब सुनें उनका दिल टूट गया
तब मोतीलाल ने बोलें सुनो
एक स्थान हमेशा सुरक्षित हैं
यह सुन पटेल ने पूछा किसकी
मोतीलाल बोलें मेरिट वालों की
यह सुन पटेल को तस्सली हुई
छोड़ सभी को खुद से काम की
उनकी बैरिस्टरी इतनी चली की
उस समय गाँधी जी मिलना चाहा
उनको सात दिन बाद की समय
मिली वह भी मात्र पाँच मिनट की
सात दिन बाद गाँधी जी मिलने आये
बोले पटेल इस देश को तुम्हारी जरूरत
छोड़ बैरिस्टरी कूद पड़े आंदोलन में
जब देश को आजादी मिली तब वे
देश के पहले गृह मंत्री बनें और बह
देश में लौहपुरुष के नाम से जाने गए
अजय सिंह अजनबी