ऋषि तिवारी "ज्योति"
सात टोल बीच गांव है ,
टोलन बीच बीच छांव ।
कृपा रहे जगदीश की ,
चकरी जिसका नांव ।।
शिव का मंदिर तीन है,
मंदिर काली तीन ।
राधा के संग कृष्ण बिराजे,
जहां ग्वाल ग्वालिन ।।
परिचय गांव का देत में,
ऋषि करै सम्मान ।
पश्चिम ताल के बीच में,
मिले वीर हनुमान ।।
जहां मिलें हनुमान,पराम्बा,
भोले नाथ पधारे ।
तेजि आश्रम बाबा मौनी,
गए परलोक सिधारे ।।
गांव सरोवर खूब है,
गिनती दर्जन डेढ़ ।
राह निकासी सात है,
ताल सवाई शेर ।।
गांव बड़ा जनपद में,
दूजा नाम मशहूर।
नर नारी सब धन्य है,
मालिक हो या मजदूर ।।
गांव बीच में वेद मिले,
पूर्व टोल में क्षीर ।
यज्ञ हवन विश्राम पर,
मिले प्रसाद में खीर ।।
विद्यालय स्थित पोखरा,
बड़ा जलाशय बीच ।
कन्या विद्यालय स्थित है,
गांव के बीचों-बीच ।।
ग्राम देवता एक हैं ,
एक ब्रम्ह जगदीश ।
मिल नर नारी एक साथ,
जहां झुकावे शीश ।।
देवभूमि कहलाता है,
बाबा चौरी धाम ।
जहां बिराजे बाबा विश्वकर्मा,
धन्य है चकरी ग्राम ।।
✍️ऋषि तिवारी "ज्योति"
चकरी, दरौली, सिवान (बिहार)