डॉ मीरा त्रिपाठी पांडेय
आज पर्यावरण दिवस है - - - २
मन में यही कसक है - - - २
जन गण मन में यही दुषह है - -२
तन प्रदूषित, मन प्रदूषित
जीवन का हर क्षण प्रदूषित
मन में यही कसक है - - - २
धरती माता तुम्ही बताओ क्या कर दूँ इस जीवन में - - - २
प्रकृति माँ तुमही बतलाओ - - २
अधर बंद कर लूँ, कलम को धार
दे दूँ इस जीवन में- - -२
जन्मदिवस पर पेड़ लगाएं ।
वसुन्धरे को खूब सजाए ।
जीवन का मान बढाए ।
सुमन खिलाएंगे, बृक्ष लगाएंगे
धरा प्रफुल्लित हो जायेगी।
सदाचार जब,करेगा मानव
माँ प्रकृति भी मुसुकायेगी ।।
अमर रसीले फूल - फल होंगें ।
मीठा- मीठा जल - थल होगा ।
सुन्दर- सुन्दर सुमन खिलेंगे ।
मन - उपवन सुरभित होंगे ।।
चारों ओर खुशहाली होगी ।
हर दिन पर्यावरण दिवस
नहीं आएगी महामारी
नहीं होगी कोई बीमारी।
सदा रामराज्य रहेगा,
खुश रहेगी,दुनिया सारी ।। 🌸
@ डॉ मीरा त्रिपाठी पांडेय
मुम्बई ,भारत ।