आभा चौहान
' महिला काव्य मंच ' अहमदाबाद इकाई के तत्वाधान में मातृ दिवस व सुप्रसिद्ध गज़लकार डॉ कुंवर बेचैन को काव्यांजलि अर्पित करते हुए ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन संध्या 4:30 से 6:30 तक किया गया।
यह गोष्ठी मंच के संस्थापक श्री नरेश नाज़ जी व राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती मधु 'मधुमन' जी के सौजन्य से की जाती है।
कवि गोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में
श्री रचना निगम जी राष्ट्रीय सचिव व प्रभारी गुजरात,डॉ. कल्पना गवली ,हिन्दी व्याख्याता एमएस यूनिवर्सिटी, वडोदरा व श्रीमती मणीबेन अध्यक्षा पूर्वी उत्तर प्रदेश की गरिमामयी उपस्थित ने मंच को ऊर्जावान बनाया ।
तकनीकी सहयोगी के रूप में सुश्री कुमुद वर्मा ने अमूल्य योगदान दिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सुश्री मधु प्रसाद द्वारा लिखित व स्वरबद्ध किए गए महिला काव्य-मंच के सार्थक शीर्षक गीत की मनभावन प्रस्तुति ने माँ वीणापाणि को साक्षात् मंच पर सुशोभित कर दिया।
श्रीमती मधु सोसि ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अपनी इकाई की उपलब्धियों का विवरण देते हुए, मुख्य अतिथियों व मंच पर उपस्थित सभी कवियित्रियों का स्वागत किया ।
तत्पश्चात्
डॉ. रचना निगम, राष्ट्रीय सचिव ने अपने उद्बोधन के बाद अपनी कविता से काव्यांजलि देते हुए कार्यक्रम का आह्वान किया।
इस गोष्ठी में अहमदाबाद की निम्न 17 कवयित्रियों ने अपनी रचनात्मकता से मंच को सुशोभित किया।
सुश्री सीमा शर्मा,
सुश्री मधु माहेश्वरी ,
सुश्री मणीबेन द्विवेदी,
सुश्री सरला सुतारिया,
सुश्री मुक्ता मेहता,
सुश्री मंजु महिमा,
सुश्री प्रतिभा पुरोहित.
सुश्री आभा चौहान,
सुश्री कुमुद वर्मा,
सुश्री कविता पंत
सुश्री मल्लिका मुखर्जी ,
सुश्री जानकी
पालीवाल,
डॉ कल्पना गवली,
सुश्री मधु प्रसाद ,
डॉ. प्रणव भारती ,
सुश्री मधु सोसि!
सभी कवियित्रियों ने भिन्न-भिन्न बिंबों द्वारा मातृत्व के दृश्य को जीवंत कर दिया। मातृ दिवस का आयोजन व डॉ कुंवर बेचैन को श्रद्धांजलि गोष्ठी का मुख्य आकर्षण । गोष्ठी के दौरान डॉ• प्रणव भारती जी ने स्वर्गीय डॉ कुंवर बेचैन जी के संस्मरण सभी के साथ साझा किए । सभी कवयित्रियों ने मातृ दिवस मनाते हुए इस कठिन समय में अपनी-अपनी मनःस्थिति के अनुसार काव्य पाठ किया।
डा. कल्पना गवली व सुश्री मणीबेन जी ने कार्यक्रम व सुश्री कुमुद वर्मा के सुंंदर,व्यवस्थित संचालन व सभी की रचनाओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की ।
धन्यवाद ज्ञापन में सुश्री कविता पंत जी ने डॉ कल्पना गवली व
सुश्री मणीबेन की उपस्थिति का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कार्यक्रम की संचालिका सुश्री कुमुद वर्मा के सुंदर संचालन के लिए एवं कुशल मंच-संयोजन हेतु उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने सभी उपस्थित कवियित्रियों को भी सार्थक रचनाओं के लिए साधुवाद प्रदान किया।
सुश्री मधु माहेश्वरी जी के द्वारा किए गए शांति पाठ के पश्चात् गोष्ठी की समाप्ति हुई।