पर्यावरण संरक्षण

 सायली छंद



ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम

आज

चारों ओर

मौत मंजर छाया

व्यथित हुआ

हृदय।


क्या

मानव जीवन

इतना भयानक अंत

सह पायेगा

कभी।


विकास

चरम सीमा

स्पर्श किया मानव

विनाश मंजर 

देखो।

 

पर्यावरण

बिगाड़ा तूने

प्रकृति कोप सहन

दुष्कर हुआ

मानव।


ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम

कानपुर नगर

मोब 9935117487

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
सफेद दूब-
Image
ठाकुर  की रखैल
Image
गीता का ज्ञान
Image