अतुल कुमार
लॉकडाउन ने ऑनलाइन शिक्षा
का एक नया आयाम दिया है,
स्कूल और अध्यापक से ज्यादा
अभिभावकों को जिम्मेदार किया है।।
बहुत से बच्चे ऑनलाइन शिक्षा
को,एक मजाक की तरह ले रहे है,
"हम तो काम में व्यस्त रहते है "
अभिभावक वर्ग ये तर्क दे रहे हैं।।
अध्यापक वर्ग बच्चों को कक्षा में
नहीं आने की सजा नही दे सकता,
बच्चे मोबाइल में पढ़ रहे है या नही
अभिभावक वर्ग दखल दे नही सकता।।
माता पिता,बच्चों के पहले शिक्षक
होते हैं, ये बात वो नही मान रहे हैं,
बस मोबाइल का रिचार्ज करा कर
जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।।
बच्चों का ध्यान,शिक्षा से ज्यादा
सोशल मीडिया की ओर जा रहा है,
अपने बच्चों को इससे कैसे बचाए
अभिभावक असनर्थता जता रहा है।।
अध्यापक और स्कूल के साथ साथ
मात पिता को इसे गम्भीरता से लेना होगा,
ऑनलाइन शिक्षा के बहाने भटक न जाएं
बच्चों की शिक्षा पर भी ध्यान देना होगा।।
अतुल कुमार
गड़खल, जिला सोलन।।