जीवन पथ

शरद कुमार पाठक

गर जीवन के पथ

चलना है 

तो सुदृढ़ पथ

चुनना होगा


भरी जिंदगी संघर्षों से

आगे तुमको बढ़ना होगा

गर शूलों का पथ मिले तुम्हें

उसको भी गहना होगा

क्या सुख के पल

क्या दु:ख के छण

वो भी तुमको सहना होगा

जीवन के चुभते शूलों में

फूलों सा मुस्कुराना होगा

प्रयत्नवान कर्मों का

अनुयायी बनना होगा

उद्वेग- प्रवाहित सरिता सा

वेगों में तुमको बहना होगा

भरी जिंदगी संघर्षों से

आगे तुमको बढ़ना होगा

गर जीवन के पथ चलना है

तो सुदृढ़ पथ चुनना होगा


           शरद कुमार पाठक

डिस्टिक------(हरदोई)

Popular posts
अस्त ग्रह बुरा नहीं और वक्री ग्रह उल्टा नहीं : ज्योतिष में वक्री व अस्त ग्रहों के प्रभाव को समझें
Image
गाई के गोवरे महादेव अंगना।लिपाई गजमोती आहो महादेव चौंका पुराई .....
Image
साहित्य समाज का आईना होता है। जैसा दिखता है, वैसा लिखता है : छाया त्यागी
Image
भोजपुरी के पहिल उपन्यासकार राम नाथ पांडे जी के पुण्य स्मृति में:--
Image
दि ग्राम टुडे न्यूज पोर्टल पर लाइव हैं अनिल कुमार दुबे "अंशु"
Image