हर पल मेरा साथ निभाओ मेरे जीवन साथी तुम "
मे "तेरा स्वाभिमान बनूंगी, मेरे जीवन साथी तुम!
सहित्य जगत की वरिष्ठ लेखिका रीमा महेंद्र ठाकुर का हिन्दी प्रचार प्रसार मे बहुत सरहनीय अहम् योगदान रहा, आज उनकी शादी की 22वर्ष गांठ पर सहित्य से जुड़े सहित्यकारो ने आनलाईन बधाइयाँ दी , और उनकी जोडी हमेशा बनी रहे उसकी शुभकामनाएँ दी, रीमा ठाकुर जी समाज के प्रति लगाव समर्पण भाव उन्हें सबसे अलग और सबका प्रिय बनाता है, वो अपने जीवनसाथी आदरणीय महेंद्र ठाकुर परिहार को अपना आदर्श मानती है, जिन्होंने जिन्दगी के हर मोड़ पर उन्है अपने बराबर दर्जा दिया, और विपत्ति मे कदम से कदम मिलाकर उनके साथ चले 🙏
सौ साल जिओ मेरे हमराही, तुम्हे मेरी उमर भी लग जाऐ"
तेरे मन की मुरादे पूरी हो खुशियों से दामन भर जाये!