बुआ की आंखों के तारे हो,
मेरे मायके के तुम उजियारे हो।
तुम्हारी नटखट ये शैतानियां,
लगती है अच्छी तुम्हारी नादानियां।
जाने ।तुम कैसे इतने प्यारे हो,
हम सबके दिलों के सहारे हो।
दुआ करते हैं जीवन में खूब आगे बढ़ना,
अपनी प्यारी सी मुस्कान से यूं ही मुस्कुराते रहना।
जन्मदिन की तुम्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं,
हर साल ये दिन बहुत सारी खुशियां लेकर आए।
झोली में तुम्हारी दुनिया भर की खुशियां हो,
और हमेशा मुस्कुराती हुई तुम्हारी बगिया हो।
एकता शर्मा
रुड़की उत्तराखंड