किसके संरक्षण में पल रहे अन्याय और अत्याचार
कौन बताए अब कि ये है
सरकार और मीडिया का व्यापार
क्यों नहीं बनते एक सख्त कानून इस पर एक बार
क्यों सुनने को मिलता बार-बार बलात्कार बलात्कार
जहां धर्म,जातिऔर पार्टी के नाम पर मिलती न्याय की दरकार
जबकि सबको पता है नारी ही है सबके जीवन का मूल आधार
नहीं मिलेगी समय पर न्याय पर होगी उसके नाम पर चुनावी प्रचार
क्योंकि अब हमारे देश की मीडिया है लाचार
पता है तुम भी चुप ही रहोगे इस बार
चाहे एक या हजारों हो बलात्कार
क्योंकि सरकार को करनी है अपनी चुनावी प्रचार
मीडिया तो करते हैं अब हमेशा व्यापार
हल्दी लगा बेटी को विदा करने को था विचार
पर देख भी नहीं पाए अंतिम क्षण उनका परिवार
क्योंकि उनका गरीब और शोषित था परिवार
सदियों से दलितों पर होता रहा अत्याचार
बिना परिवार सरकारी वर्दी वाले कर दिया अंतिम संस्कार
क्यों प्रश्न पूछेंगी मीडिया और सरकार
आपको दूसरी खबर सुना बना देंगे हथियार
उठाएंगे सब नागरिक सख्त कदम इस बार
बलात्कारियों की सजा फाँसी ही देखेंगे संसार
अभियंता प्रिंस कुमार
सोनदीपी, बेगूसराय ( बिहार)
--8051827662