श्वेता शाही
खानपुर ( हरिद्वार ) ! नारी-सशक्त भारत' की महामंत्री बबीता सैनी ने कहा कि सिर्फ कागजों पर लिख देने से ही महिला सशक्त नहीं होगी इसके लिए धरातल पर कार्य करना होगा सबसे ज्यादा अफसोस की बात यह है कि महिलाओं के उत्थान के लिए बनाया गया महिला सशक्तिकरण विभाग ही आज महिलाओं के उत्पीड़न का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है सरकार और विभाग कुम्भकरणी नींद में हैं इन्हें जगाने के लिए महिलाओं को बड़ा संघर्ष करना होगा श्रीमती सैनी ग्रामीण क्षेत्र में संपर्क के बाद ब्लॉक सभागार में महिलाओं की बैठक को संबोधित कर रही थी गौरतलब है कि 'सजग नारी- सशक्त भारत' महिला संगठन द्वारा नारी जागरण अभियान प्रारंभ किया गया है जिसके तहत महामंत्री बबीता सैनी उपाध्यक्ष ममता देवी और वरिष्ठ सदस्य सुंदर बाला द्वारा गोवर्धनपुर खानपुर तुगलपुर माडाबेला चंद्रपुरी प्रहलादपुर ब्राह्मण वाला में महिलाओं से संपर्क किया बाद में ब्लॉक सभागार में महिलाओं की एक बैठक आयोजित की गई बैठक को संबोधित करते हुए महामंत्री बबीता सैनी ने कहा कि देश और समाज की उन्नति के लिए महिलाओं का सशक्त होना जरूरी है किंतु आज महिलाओं को सशक्त बनाने की सारी योजनाएं सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गई है महिला उत्थान के लिए धरातल पर सकारात्मक कार्य कहीं नजर नहीं आता है उन्होंने कहा सबसे दुख की बात यह है कि सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान और सशक्त बनाने के लिए जिस महिला सशक्तिकरण विभाग का गठन किया गया है आज उसी विभाग द्वारा सबसे ज्यादा महिलाओं का उत्पीड़न किया जा रहा है पीड़ित महिलाएं अपनी समस्याओं को किसे बताएं कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है सरकार कुंभकर्ण की नींद में सोई हुई है जनप्रतिनिधि अपने मजे में मस्त हैं महिलाएं जहां तहां अपनी समस्याओं के लिए भटक रही हैं जो बड़े दुख का विषय है इस विषम परिस्थिति से निजात पाने के लिए श्रीमती सैनी ने महिलाओं का आह्वान किया और कहा कि अब महिलाओं का उत्पीड़न और ज्यादा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता इसके लिए महिलाओं को एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा तभी महिलाओं को न्याय मिल सकता है
कार्यक्रम को ममता देवी सुंदर बाला ने भी संबोधित किया कार्यक्रम में बेबी ममता कुसुम मिथिलेश संगीता शालू सपना संतोष नसीमा मुंशी राणा संध्या पूनम सविता कुमकुम इत्यादि अनेक महिलाएं उपस्थित रही