शिवम त्रिवेदी
बहराइच। सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे प्रतियोगियों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार की संविदा आधारित नीति पर सवाल खड़े करते हुए इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। उन्होंने इसके लागू होने को अभ्यर्थियों की आशाओं पर कलंक बताया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के कार्मिक विभाग की ओर से सरकारी विभागों में समूह ख व ग के पदों पर नियुक्ति पांच वर्ष की संविदा के आधार पर किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे सरकारी नौकरी की परीक्षाओं की तैयारी में लगे अभ्यर्थियों में आक्रोश फैल गया। अभ्यर्थी रामतेज, प्रेम सिंह, अभिनव, अंजली पाठक, रविकांत, सचिन, रमाकांत, पंकज मौर्य, आनंद, सर्वेश, रजत, श्रवन, योगेश आदि ने कहा कि करीब चार साल कई भर्तियों के परिणाम लंबित हैं, जबकि सरकार संविदा नियुक्ति को पूर्व की भर्ती प्रक्रिया पर भी लागू करने जा रही है।यह योग्यता पर सवाल खड़े करने वाला है। उन्होेंने सरकार से इस फैसले पर विचार करते हुए कार्मिक विभाग के प्रस्ताव को लागू नहीं करने की मांग की। प्रदर्शन के बाद नगर मजिस्ट्रेट जयप्रकाश को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान तमाम अभ्यर्थी मौजूद रहे।