पीसीएस परीक्षा में ज्योति ने प्राप्त किया प्रदेश में तीसरा स्थान

संवाददाता राहुल जायसवाल


*अयोध्या।* उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से घोषित पीसीएस परीक्षा-2018 के परिणाम में ज्योति शर्मा ने प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वह वर्तमान समय में खंड विकास अधिकारी, मिल्कीपुर के पद पर तैनात हैं। वह परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं से सफलता का मंत्र देती हुईं कहती हैं कि परिणाम की चिंता किए बगैर मेहनत करने में जुटे रहे, सफलता जरूर मिलेगी।


मूल रूप से मथुरा जिले की रहने वाली ज्योति की पढ़ाई लखनऊ के आईटी कॉलेज में हुई। उनके पिता देवेंद्र शर्मा पुलिस विभाग में है जबकि मां गृहणी हैं। ज्योति बताती हैं कि पहले प्रयास में ही उन्हें 2017 की परीक्षा में सफलता मिली। उन्हें खंड विकास अधिकारी का पद प्राप्त हुआ। 2018 के दूसरे प्रयास में ज्योति को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला। 


सिविल सर्विसेज के परीक्षा की तैयारी में जुटे युवाओं से उनका कहना है कि मेहनत में कमी नहीं होनी चाहिए। अपने में आत्मविश्वास होना चाहिए। उनका कहना है कि तैयारी कर रहे युवाओं को टेस्ट सीरीज जरूर ज्वाइन करना चाहिए जिससे अपना मूल्यांकन कर सके, कमियां कहां हैं? सिविल की तैयारी करने वाले लोगों में सर्विस की भावना होनी चाहिए। बीडीओ ज्योति की इस सफलता पर परियोजना निदेशक कमलेश कुमार सोनी, डीडीओ हवलदार सिंह सहित जिले के अन्य अफसरों ने बधाई दी है।


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी पीसीएस 2018 परीक्षा परिणाम में रामघाट अयोध्या निवासी संतोष द्विवेदी ने सफलता हासिल की है, उन्हें जिला सूचना अधिकारी पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों व शुभचिंतकों को दिया।


संतोष का सपना प्रशासनिक सेवा में जाकर देश की सेवा करना था। पिता बस्ती में कृषि अधिकारी थे, इसके चलते इनकी प्रारंभिक शिक्षा बस्ती में हुई। स्नातक और परास्नातक की शिक्षा साकेत महाविद्यालय से ग्रहण की। जिसके बाद प्रशासनिक सेवा में सफलता के लिए इलाहाबाद चले गए लेकिन 15 वर्षों तक मेहनत के बाद भी वहां सफलता नहीं मिल सकी। 


इसके बाद वह अपने घर अयोध्या वापस आ गए और स्वत: अध्ययन करने का निर्णय लिया और अंतिम प्रयास में सफलता हासिल की। परिवार में संतोष द्विवेदी तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। इनके दूसरे भाई रविंद्र कुमार द्विवेदी डिप्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं। 


संतोष द्विवेदी ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता के साथ अपने गुरुजनों व शुभचिंतकों को दिया। उनकी सफलता पर ओंकार नाथ त्रिपाठी, अनुराग पाठक, अनुज सिंह, अनूप द्विवेदी, राम जी द्विवेदी, राहुल सिंह, सत्य प्रकाश मिश्रा, इंदु मौर्य, सीमारानी, विजयलक्ष्मी सिंह, आशीष कुमार, अंकुर दुबे आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की।


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