संवाददाता राहुल जायसवाल
अयोध्या।* अब निजी प्रयोगशाला में कोरोना जांच के लिए शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। 16 सौ रुपये से अधिक शुल्क लेने पर संबंधित लैब के खिलाफ कार्रवाई होगी। इससे आमजन को काफी सहूलियत मिलने के आसार हैं।
कोरोना में आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए अब तक जिले में मारामारी की स्थिति रही है। सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन करीब 450 नमूने आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए जाते हैं। इनके लिए भी एंटीजन किट से पहले जांच की जाती है, जिसमें निगेटिव आने पर आरटी-पीसीआर टेस्ट का नमूना लिया जाता है।
इस चक्कर में लखनऊ व अन्य शहर के अस्पतालों में इलाज कराने वाले नॉन कोविड मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। निजी पैथोलॉजी में जिले में अब तक चंदन स्पेशलिटी पैथोलॉजी व डॉ. लाल पैथ में ही कोरोना जांच की व्यवस्था थी, जहां 2500 रुपये में जांच की जाती थी। अधिक शुल्क की वजह से गरीब व मध्यम वर्गीय लोगों को समस्याएं होती थीं।
अब, शासन की ओर से निजी लैब में कोरोना जांच के लिए शुल्क निर्धारित की गई है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद की ओर से बृहस्पतिवार को निर्देश जारी किए। जारी आदेश में कहा गया है कि वर्तमान में आरटी-पीसीआर टेस्ट किट, रीजेंट्स एवं वीटीएम किट के दामों में गिरावट आई है, इसलिए निजी लैब में कोरोना जांच शुल्क अधिकतम 16 सौ रुपये होगा। ट्रूनेट के कंफर्मेटरी टेस्ट के लिए भी अधिकतम 16 सौ रुपये ही लिए जाएंगे। निजी प्रयोगशालाओं में इससे अधिक धनराशि लेने पर विधि संगत कार्रवाई भी की जाएगी।
चंदन स्पेशलिटी पैथोलॉजी देवकाली के मैनेजर अरुण चौधरी ने बताया कि शासन से निर्देश प्राप्त होने के बाद अब कोरोना जांच शुल्क 16 सौ रुपये लिए जाते हैं। मरीज को लैब तक पहुंचकर पंजीकरण कराना होता है। जिसकी रिपोर्ट ऑनलाइन अथवा काउंटर पर आने पर दी जाती है