शिवबालक गौतम
लखनऊ । मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के गांवो में किसानों के खेतों में खड़ी फसलें सूखने लगी थी ,भगवान ने किसानों के लिए सोने पे सुहागा बरसात हो गई ।धान, उरद, तिल्ली की खेती सहित पशुओ के लिए खेतों में खड़ा हरा चारा यानी (चरी ) तेज धूप से प्रभावित हो रही थी रुक-रुककर हो रही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। किसानों के चेहरे मुरझाने लगे थे कि "बिन पानी सब सून" कहावत चरितार्थ हो रही थी,किसान खेतो में पानी भर ने के लिए परेशान थे ।धान की फसल तो बिन पानी सूखने लगी थी क्यो की काफी क्षेत्रों में नहर व सरकारी नलकूपों से पानी नहीं पहुंचता है, तिलहन व दलहन की फसल भी पानी पाकर खिल उठी है । गर्मी से जन जीवन बेहाल हो गया था बरसात होने से काफी हद तक राहत मिली है । ग्रामीण किसानों के मुताबिक हल्की फुल्की बारिश होने से क्षेत्र के जिन गांवो में नहर व सरकारी नलकूप नही है। उस क्षेत्र के किसानों को काफी फायदा इस कुदरती बारिश ने पहुचा दिया है। और किसानों की जेब ढीली होने से भी कुदरती बारिश ने बचा लिया हालांकि अभी घटाए छाई हुई है और अन्नदाता किसान काली घटाओ की ओर टुकटुकी लगाए है । किसानों की माने तो अगर तेज बारिश हो जाए तो धान की फसल को काफी फायदा होगा क्योंकि इस समय ज्यादातर धान मोटे गाले और पतले गाले में है। इस समय धान की फसल को पानी की अति आवश्यकता होती है क्योंकि इस समय अगर तेज बारिश हो जाए तो धान की फसल बहुत अच्छी होगी।
क्या बोले अन्नदाता .....
मोहनलालगंज के किसान रमेश , अर्जुन, राधेश्याम, फत सीताराम , जंगली , बुद्धा , महेश , दयाराम , भगवानदीन , भरोसे , श्यामू , रामलाल , आसरे , जगत आदि विभिन्न गांवो के किसानों ने बताया कि इसवक्त हो रही बारिश से न सिर्फ फसलो को राहत पहुची है बल्कि साथ साथ जनमानस को उमस व पकुशन भारी गर्मी से भी निजात पहुची है । वही ग़ोसाईगंज ब्लाक के किसान रवि, दिनेश, भगनु , आंसू , हरिश्चंद, प्रेमकुमार, अंजनी, रूपन ने बताया कि इस क्षेत्र के किसानों के लिए शारदा नहर बरदान साबित हो रही है। क्योंकि नहरे चला करती है इसके बावजूद भी बरसात के पानी की बात ही कुछ और होती है। और बरसात का पानी फसल के लिए ज्यादा फायदे और होता है। लेकिन जिन गांवो में नहरे नही है उन गांवो के किसानों को बारिश होने से खाशा फायदा पहुचा है। और दूसरी ओर गांवो व कस्बो के निवासियों को उमस व पकुशन भरी गर्मी से खाशी राहत पहुचने से किसान सहित अन्य लोगो के चेहरों पर एक बार पुनः रौनक देखते बन रही है हालांकि अभी बादल छाए हुए है। और मौसम विभाग भी बारिश होने की सम्भावने ब्यक्त कर रहा है। उसके सापेक्ष यदि तेज बारिश हो जाएगी तो धान यानी खरीफ की फसल को छोड़ अन्य दलहन व तिलहन की फसलो को खाशा नुकसान पहुचेगा ।तथा निगोहा क्षेत्र के किसान भी बारिश से काफी खुश किसानों की माने तो इस समय निगोहा क्षेत्र के किसान दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से काफी खुश हैं। निगोहा क्षेत्र के किसानो जैसे कृष्ण पाल शर्मा, सुरेन्द्र चौरसिया ,भगवती प्रसाद, जगपाल, जागेश्वर , बेचालाल चौरसिया, राधारमण चौरसिया, आदि किसानों ने बताया कि दो दिन से हो रही रुक-रुक कर बारिश से धान की फसल को काफी फायदा हो रहा है। अगर इसी तरीके से एक-दो दिन और बारिश होती रही तो धान की फसल को बड़ा फायदा होगा। और धान की पैदावार भी अच्छी होगी। वही बेचालाल चौरसिया ने बताया कि रुक-रुक कर हो रही बारिश से पान की खेती को भी काफी फायदा हुआ है। बेचालाल चौरसिया ने कहा कि यह बारिश पान की फसल के लिए वरदान साबित हो रही है। ऐसी बारिश से धान की फसल के साथ-साथ अन्य कई फसलों को भी काफी फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि धान की फसल के साथ-साथ पान की फसल को भी काफी फायदा इस बारिश से हो रहा है। आखिर सरकार कुछ मदद नहीं कर रही तो क्या हुआ अन्न दताओ को भगवान ने खुश कर दिया।