अनुराग सिंह
मलिहाबाद लखनऊ विश्व हिंदी दिवस के पावन पर्व पर श्री गौशाला परिवार द्वारा गुरुकुलम के बच्चों को हिंदी की गहनता एवं सुलेख व निबंध प्रतियोगिता कराएगीगोशाला प्रबंधक उमाकांत गुप्ता ने बताया कि 14 सितंबर को हम सभी हिंदी दिवस मना रहे हैं।हिंदी को राष्ट्र भाषा के रूप में सन् 1949 में सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा के प्रयासों से 1953 से 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।हिंदी हमारे उत्तर भारत के कई राज्यों में आसानी से बोली और समझी जाती है।किंतु दुर्भाग्य की बात है कि हिंदी जिस मान-सम्मान की अधिकारिणी थी, वह मन-सम्मान उसे कभी प्राप्त नहीं हुआ।आम जन मानस में भी उदासीनता का ही भाव रहा।अंग्रेजी के प्रति बढ़ती हमारी ललक हमारी आने वाली पीढ़ियों को इससे विमुख कर रही है।एक भाषा के रूप में किसी विदेशी भाषा को अपनाना अनुचित नहीं है किंतु उसके प्रति समर्पण का भाव सर्वथा अनुचित है।अपनी बातचीत में अधिक से अधिक हिंदी शब्दों का प्रयोग करें।खिचड़ी भाषा के प्रयोग से बचें।स्वयं हिंदी बोलने के साथ दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।हिंदी हमारी मातृ भाषा होने के साथ राष्ट्र भाषा भी है।हम सब इसके प्रति आस्था प्रकट करके अपने संविधान और मातृ भाषा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करें महर्षि गुरुकुलम के बच्चों द्वारा निबंध प्रतियोगिता सुलेख प्रतियोगिता कराई गई जिसमें पूरन प्रथम स्थान प्राप्त जिसमें आर्यन देवेंद्र विकास द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त किया