प्रख्यात साहित्यकार डॉ. अर्जुन तिवारी किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हैं, और ना ही उनका साहित्यिक अवदान। भोजपुरी साहित्य को समृद्ध करने वालों में उनका नाम बड़े गर्व से लिया जाता है। भोजपुरी साहित्य का इतिहास, भोजपुरी शब्दकोश आदि उनकी अनेक पुस्तकें चर्चित हैं। सर्व भाषा ट्रस्ट प्रकाशन से उनकी नई पुस्तक 'आजादी के लड़ाई आ जुझारू भोजपुरिया' आई है।
डॉ. अर्जुन तिवारी की सदयः प्रकाशित पुस्तक 'आजादी के लड़ाई आ जुझारू भोजपुरिया' में भोजपुरी मिट्टी के रणबाँकुरों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की समृद्ध चर्चा तो है ही, पुस्तक में भोजपुरिया प्रवृत्ति की भी विशद व्याख्या की गई है। पुस्तक में अनेक दस्तावेज़ भी प्रस्तुत किए गए हैं जो शोधकर्ताओं के साथ ही भोजपुरी के लिए भी बहुमूल्य हैं।
'आजादी के लड़ाई आ जुझारू भोजपुरिया' पुस्तक बिक्री के लिए अमेज़न, फ्लिपकार्ट के अतिरिक्त ऑनलाइन डिमांड पर भी उपलब्ध है। 224 पृष्ठों की इस पेपरबैक पुस्तक का मूल्य 225 ₹ है। इसे सर्व भाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली ने प्रकाशित किया है। यह भोजपुरी प्रेमियों के लिए एक सौगात है।