नित हर पल तुम्हें शीश नवाऊं
एक गुरु पूर्णिमा देव कैसे मनाऊं
सुबह तेरा नाम है शाम तेरा नाम है
मेरे हर काम को तुझसे ही काम है
हर क्षण आशीष तुम्हारा ही पाऊं
एक गुरु पूर्णिमा देव कैसे मनाऊं ...🌻
गुरु के वचनों पे यदि है मुझे विश्वास
आएगी ही सुख और सिद्धि मेरे पास
गुरु से लौ हर क्षण ही लगाऊं
एक गुरु पूर्णिमा देव कैसे मनाऊं...🌻
वे ही मेरे रखवाले ,जीवनज्योति दिखाने वाले
मेरे जीवन की नौका ,रहती सदा उनके हवाले उन बिन एक पग भी ना बढ़ाऊं
एक गुरु पूर्णिमा देव कैसे मनाऊं...🌻
🌻स्वरचित : सुनीता द्विवेदी 🌻
🌻कानपुर उत्तरप्रदेश🌻
🌻०२/०७/२०२०🌻
गुरु देव को नमन