राम कुमार ब्यूरो चीफ समस्तीपुर
भारत का छात्र फेडरेशन एसएफआई अंचल कमिटी विभूतिपुर के द्वारा केन्द्रीय कमिटी के आह्वान पर अंचल कमिटी सह जिला कमिटी सदस्य कंचन कुमारी के नेतृत्व में "टेक द नी" प्रदर्शन भुसवर में किया गया।
प्रदर्शन की शुरूआत गलवान घाटी में शहीदों को श्रद्धांजलि देकर की गयी।
सभी छात्र-छात्राएं अपने घुटने के बल बैठकर अपने-अपने हाथों में
शोषण मुक्त हो दुनिया,
शोषण के खिलाफ हमारी एकता जिन्दाबाद,
देश में बढ़ रहे महिला उत्पीड़न पर रोक लगाओ,
देश में बढ़ रहे दलित उत्पीड़न बंद करो,
पीएम कहते हैं कि घुसपैठ ही नहीं हुई;
तब हमारे सैनिकों की शहादत क्यों और कैसे हुई ।
नरेंद्र मोदी जबाब दो,सभी छात्रों कि फीस व लोन माफ करो, हम अपना अधिकार मांगते, किसी से भीख नही मांगते । आदि का हैण्ड बोर्ड और झण्डा लेकर नारें लगा रहे थे।
इस मौके पर एसएफआई जिलाध्यक्ष अवनीश कुमार ने कहा कि अमेरिका में हुए नस्लवादी हमले के खिलाफ आज पूरे विश्व भर के लोग सडक पर उतर रहे हैं।जार्ज फ्लाॅइड की मौत नस्लभेद की उस श्रृंखला की सबसे नई कड़ी है । जिसकी जड़े अमेरिकी इतिहास में दासों के व्यापार तक जाती है।भारत में भी बहुतायत लोग विशेषकर श्रमिक वर्ग से आने वाले लोगों के साथ जाति और धर्म के नाम पर अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है । और उन्हें हाशिये पर धकेला जा रहा है। हाल ही में एक दलित छात्र और एक दलित व्यक्ति को चिन्हित कर हत्या यह प्रदर्शित करती है । कि जातिवाद की मानसिकता और भेदभाव की राजनीति की जड़े हमारे यहाँ कितनी गहरे स्तर तक मौजूद है। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में हुए बालिका गृह काण्ड में लड़कियों के गर्भवती होने की खबर पर सीबीआई जांच कराने की मांग की।
इस "टेक द नी" प्रदर्शन में हीरा कुमारी,मनीषा कुमारी,प्रियंका कुमारी,रेखा कुमारी,बंधुलाल कुमार,अभिषेक कुमार,रजनीश कुमार आदि ने अपनी सहभागिता निभाई।
शोषण और भेदभाव के खिलाफ एसएफआई का "टेक द नी" प्रदर्शन