मिले सुखी संसार,रहे इतना प्यार।
दुख कभी ना झाँके आपके द्वार।
जीवन की बगिया गम गम गमके
रात कटे चैन ,हर दिन रहे गुलजार।
दोनों की बाँहे उठे देने को सौगात
कभी ना कम हो एक दूजे से प्यार।
बंधी रहे मेरे आशाओं की पुरानी डोर
स्नेह से भरा आँगन सदा रहे गुलजार
रह ना पाये कभी अकेला कोई भी
इस जीवन में,बना रहे आपस में प्यार।
करत वंदना गीत,ये भोले भंडारी
सदा सुख चैन मिले,दुआ करूँ बारंबार।
✍️ गणपति सिंह गीत
छपरा बिहार