कोविड-19 संक्रमण के परिपेक्ष में संभावित बाढ़ की स्थिति से पूर्व चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने का स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया


•प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सिविल सर्जन को पत्र लिखा 


 • बाढ़ राहत शिविर व आइसोलेशन सेंटर में लोगो के स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा हो


•बाढ़ राहत शिविर में कोरोना वायरस संदिग्ध लोगों के सैंपल लेने की व्यवस्था करें।


मीर शहनवाज 


दरभंगा/बिहार। स्वास्थ्य विभाग ने नए संभावित बाढ़ एवं उसके कारण जानमाल की क्षति के अलावा जल जनित रोग महामारी फैलने की संभावना के मद्देनजर उसकी रोकथाम हेतु पूर्व से ही प्रभावकारी कदम उठाने को लेकर प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर दिशा निर्देश निर्गत किया है. जलजमाव जनित बीमारियों एवं आपातकालीन  स्थिति में मरीजों का समुचित उपचार को लेकर ज़रूरी कदम उठाने को कहा है ताकि बाढ़ की विभीषिका के दौरान भी प्रभावित लोगों को आवश्यक चिकित्सा सेवा पूरी तरह से मुहैया कराई जा सके. विभाग का ऐसा मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. इस बीच लोगों के चिकित्सा को लेकर भी विभाग सजग रहे.


बाढ़ राहत शिविर व आइसोलेशन सेंटर के बीच हो समन्वय:


प्रधान सचिव ने जिला प्रशासन को चयनित बाढ़ राहत शिविरों को नजदीक के आइसोलेशन के अंदर के साथ संबंध स्थापित करने को लेकर ज़रूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि सभी बाढ़ राहत शिविरों में चिकित्सा दल की प्रतिनियुक्ति करते हुए शिविर में आवासीय व्यक्तियों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण स्क्रीनिंग की जाए। 


चिकित्सा दलों को स्वास्थ्य परीक्षण हेतु उपलब्ध कराए जाएंगे उपकरण:



प्रधान सचिव ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि बाढ़ राहत शिविर में प्रतिनियुक्त चिकित्सक दल को कोविड-19 के परिपेक्ष में आवश्यक स्वास्थ्य परीक्षण इंफ्रारेड थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर डिजिटल फिंगर कैंप उपलब्ध कराया जाए। चिकित्सा दल को संक्रमण से बचाने के लिए पीपीई किट, 3 लेयर मास्क, लाइट डिस्पोजल हेड कैप, सैनिटाइजर, साबुन आदि उपलब्ध कराया जाए. बाढ़ राहत शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण पाए गए व्यक्तियों का नियम अनुसार सैंपल लिया जाए। सैंपल के उपरांत कोविड-19  पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों को आइसोलेशन केंद्र अथवा कोविड-19 कोविड सेंटर में भर्ती किया जाए. इसके अलावा बाढ़ राहत केंद्र के साथ संबंध स्वास्थ्य केंद्र पर 24 घंटे एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध कराने को कहा गया है। बाढ़ राहत केंद्र में 24 घण्टे चिकित्सक व कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जाए. केंद्र में रहने वाले लोगों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करने के भी निर्देश दिए गए हैं. 


बाढ़ राहत शिविर पर कोविड-19 से संबंधित प्रचार-प्रसार किया जाएगा।


• व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखें। 
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करें। 
• साफ दिखने वाले हाथों को निरंतर धोएं।
• छींकते औरर खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंकें। 
• अपनी कोहने के अंदरूनी हिस्से में छींके, अपने हाथों की हथेलियों में नहीं खांसी किया जाए।


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