जय महावीर हनुमान प्रभू ,
अब संकट सारे दूर करो ।
हे!अंजनि सुत मारुति नन्दन,
है संकट मोचन नाम तेरो ।
तब देवों के दुःख दूर करे ,
अब हम मनुजों पर कृपा करो ।
जय महावीर हनुमान प्रभू ,
अब संकट सारे दूर करो ।
हे! अनिल पुत्र हे!पवन तनय ,
अब तुम ही जग पर दया करो ।
हे! अंजनि सुत मारुति नन्दन ,
है संकट मोचन नाम तेरो ।
सँजीवनि लक्षिमन हित खोजी ,
तब उनके प्राण बचाये थे ।
सीता माँ को मुदरी देकर ,
दुःख उनके तुम हर आये थे ।
दुःख राम प्रभू का दूर किया ,
अब हम बच्चों को क्षमा करो ।
जग सौंपा प्रभु ने है तुमको ,
प्रभु जग वालों को क्षमा करो ।
हे! अंजनि सुत मारुति नन्दन ,
है संकट मोचन नाम तेरो ।
सुषमा दीक्षित शुक्ला