सुनिता कुमारी 'गुंजन'
छपरा । कोचिंग संचालकों एवं प्राइवेट ट्यूशन प्रदान करने वाले शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल सामाजिक एवं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए जिलाधिकारी, सारण से मिलकर अपनी समस्याओं से जिला प्रशासन एवं सरकार को अवगत कराने के लिए जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचा परंतु जिलाधिकारी के अनुपस्थित होने के कारण उनसे एक शिक्षक प्रतिनिधि की बात मोबाइल पर हुई । जिलाधिकारी ने उन्हें अपना ज्ञापन अपने कार्यालय में रिसीव करा देने को कहा साथ ही कोचिंग संचालकों एवं शिक्षकों को उनकी समस्याओं पर विचार करने का भरोसा भी दिलाया।
कोचिंग संचालकों एवं शिक्षकों ने अपने ज्ञापन में अपनी लचर आर्थिक स्थिति की ओर जिला प्रशासन एवं सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए लाॅक डाउन के कारण बंद पड़े अपने संस्थानों को संचालित करने की अनुमति मांगी है जिससे वे लाॅक डाउन के सभी शर्तों का पालन करते हुए 10 - 15 विद्यार्थियों वाले वर्गों का संचालन कर सकें। ज्ञापन में उन्होंने आनलाइन वर्ग संचालन में आ रही परेशानियों का जिक्र करते हुए लिखा है कि इन वर्गों में विद्यार्थियों को टाॅपिक से संबंधित प्रश्न पूछने तथा तर्क करने में असुविधा होती है जिस कारण बच्चे टाॅपिक को भलीभांति समझ नहीं पाते साथ ही शिक्षकों पर इन्टरनेट खर्च का अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी पड़ता है और आमदनी कुछ भी नहीं होती । इन परिस्थितियों में इन शिक्षकों की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। अतः शिक्षकों ने अपनी संस्थानों को संचालित करने की अनुमति के साथ ही सरकार से आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग भी की है। शिक्षकों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन एवं सरकार उनकी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करते हुए उचित कदम उठाएंगे।
🖋 सुनिता कुमारी 'गुंजन'