नाम:- बिजेंद्र कुमार
तिवारी
उपनाम:- बिजेंदर बाबू
माता:- श्री मति इन्द्रावती
देवी
पिता:- श्री यदुबंश तिवारी
ग्राम:- गैरतपुर
पोस्ट:- घोरहट मठिया
थाना:- मांझी
जिला:- सारण (बिहार)
प्रकाशित रचनाएं:- भोटबेंचवा एगो सामाजिक बुराई(भोजपुरी नाटक), बाबूल मत करो विवाह (नाटिका, हिंदी), गुरु किसे बनाएं, कई क्षेत्रीय व राष्ट्रीय अखबारों व पत्रिकाओं में हिन्दी व भोजपुरी रचनाओं का प्रकाशन।
अप्रकाशित रचनाएं:-
चिरइ के संदेश (काव्य संग्रह, भोजपुरी),अमृत कलश(गद्य संग्रह,हिन्दी), पचपालो(भोजपुरी), महिमा सती माई के (भोजपुरी फिल्म), मिलनवा होके रही(भोजपुरी फिल्म), जीवन भर के साथी(भोजपुरी फिल्म) आदि।
शौक:- साहित्य सृजन
अन्य उपलब्धियां:-
आकाशवाणी के व दूरदर्शन के बिभिन्न चैनलों पर काव्यपाठ व कार्यक्रम।कई एल्बमों और फिल्मों में गीत लेखन।
नावका जाबाना के हउवन पुरानाका
गेंड़ूर मारेलें गुटिया के....
कवि सम्मेलन हो चाहे परिचर्चा ,
बोलहूं ना देलें बोला के....
अपन बिगाड़ी बनेलें चाल्हाक
नीके बनेमें बनेले घाचाक..
सब बात सच हमऽ कहिले सबसे
तनीको ना राखीं गाला के..
कवि सम्मेलन हो चाहे परिचर्चा
बोलहूं ना देलें बोलाके...
कार्यक्रम करावेला कहस सभत्तर
ठीके समइया पर करस छॅहत्तर
इज्जत लूटावेलें अपने से भइया
कितनों राखीं सरिया के..
कवि सम्मेलन हो चाहे परिचर्चा बोलहूं ना देलें बोला के...
नाम का बताईं हम खुलके ए भाई..
कहीं ईशारा में सबके बुझाई....
बाबू बिजेंदर तू कतनों दुरईबऽ...
रखिहें इ बुरबक बना के
कवि सम्मेलन हो चाहे परिचर्चा
बोलहूं ना देलें बोला के
बिजेंद्र कुमार तिवारी (बिजेंदर बाबू)
72502 99200