बाति के मीठ माहुर पिआवल
याद बा तोर छनछन मुआवल
भेंट दिहनीं निकालल करेजा
आगि में ऊ करेजा जरावल
हम त भाई समझि के धधइनीं
तू भुलइलS ना छुरा चलावल
आगि में झोंकि दिहलS ई जिनिगी
आ भुला गइलS पानी गिरावल
साँस टूटल, सनेह सकुचाला
आस के फूल माँटी मिलावल
कौल कइलS छवावे के मड़ई
आ कि मड़ई लहास लहसावल
तीर छाती प जेतना लगल बा
सगरे तहरे त हवे चलावल
हीत हउअ रहS बनि के मीठे
छोड़ि दS अब तू लहरा लगावल
संगीत सुभाष,
गाँव+ पोस्ट- मुसहरी,
जिला- गोपालगंज, बिहार।
पिन- 841426