नाम : अंजु गुप्ता
जन्मतिथी : 7 अक्टूबर
निवास : हिसार, हरियाणा
विधा : तुकांत , अतुकांत , हाइकु, वर्ण पिरामिड, संस्मरण, कहानियाँ और लघुकथाएँ !
शिक्षा : बी.कॉम, PGDMM , PGDCA , MBA , M A (English ), B.Ed
साँझा कविता संग्रह : सत्यम प्रभात, अनकहे जज्बात, मुसाफिर, स्त्री का आकाश, प्यारी बेटियाँ इत्यादि
सम्मान : युग सुरभि सम्मान, काव्य सागर सम्मान, हिंदी सेवी सम्मान, "जय विजय रचनाकार सम्मान, काव्य रंगोली साहित्य भूषण सम्मान इत्यादि !
आजकल बेवजह हम मुस्कुराने लगे हैं
जिनको कभी थे हम नज़रंदाज़ करते,
धड़कन बन दिल में वो समाने लगे हैं !
आजकल बेवजह हम मुस्कुराने लगे हैं !!
बदलने लगा है कुछ अपना भी अंदाज़,
चुप रहते थे पर अब गुनगुनाने लगे हैं !
आजकल बेवजह हम मुस्कुराने लगे हैं !!
आँखों में कभी था, अश्कों का समन्दर,
हम उन आँखों में सपने सजाने लगे हैं !
आजकल बेवजह हम मुस्कुराने लगे हैं !!
सजते हैं सपने नित जिनके ख्यालों में,
अब उनके ख्वाबों में हम भी आने लगे हैं !
आजकल बेवजह हम मुस्कुराने लगे हैं !!
अंजु गुप्ता
अंजु गुप्ता
हिसार, हरियाणा